National Level पर पहली बार कक्षा एक से 12वीं तक का सिलेबस होगा चेंज :- बहुत समय के बाद राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने देश में शिक्षा के स्तर को सुधारने हेतु कई सालों बाद राष्ट्रीय लेवल पर कक्षा 1 से लेकर कक्षा बारहवीं तक का सिलेबस चेंज करने का निर्णय लिया है, एनसीईआरटी द्वारा राज्य स्तरीय पाठ्यक्रम चार विभिन्न सेक्टर के लिए तैयार करने के लिए कहा है . इसी के साथ जानकारों से मिलने वाले पाठ्यक्रम सुझाव को शामिल करते हुए राष्ट्रीय करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF) तय होगा, पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि जिला स्तर पर इनपुट के आधार पर तैयार किया जाएगा राष्ट्रीय पाठ्यक्रम | यह जरूरी नहीं कि किताबे बहुत मोटी हो परंतु इस चीज का ध्यान रखा जाएगा कि नया पाठ्यक्रम रुचिकर हो

सिलेबस में लेकर बदलाव को कमेटी कब तक देगी रिपोर्ट
कक्षा पहली से लेकर 12वीं तक के पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर मंत्रालय ने शिक्षा की संसदीय समिति को बताया कि पहले केंद्र शासित प्रदेश एवं राज्यों का पाठ्यक्रम जिला स्तर पर ही परामर्श किया जाएगा, उसके बाद ही उस पाठ्यक्रम को राष्ट्रीय लेवल के लिए लागू किया जाएगा, इसी के साथ कमेटी का कहना है कि पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर रिपोर्ट जुलाई अंत तक जमा करा देंगे , इसी के साथ कमेटी का यह भी कहना है कि विद्यार्थियों को नए सिलेबस में नई शिक्षा नीति की झलक देखने को मिलेगी , यह जरूरी नहीं कि किताबे बहुत मोटी हो परंतु इस चीज का ध्यान रखा जाएगा कि नया पाठ्यक्रम रुचिकर हो
पाठ्यक्रम में किस तरह के बदलाव किए जाएंगे
पाठ्यक्रम को लेकर बदलाव निर्णय में यह तय किया गया है कि इतिहास भूगोल और साहित्य के सिलेबस में स्थानीय चीजों को भी शामिल करना चाहिए, इसी के साथ दूसरी एवं तीसरी क्लास के लिए किताबें अमर- चित्र कथा जैसे हो, एवं उस पाठ्यक्रम में कॉमिक जैसे दो तीन पाठ हो कुछ पाठ को समझने के लिए नाटकीय सहारा भी लेना चाहिए | इसी के साथ पाठ्यक्रम में लोकल कंटेंट भी शामिल किया जाएगा इतिहास के विषय में 17 पाठ प्राचीन इतिहास से एवं 3 पाठ स्थानीय इतिहास से भी जुड़े होंगे, यह बदलाव इतिहास के साथ-साथ भूगोल और साहित्य के लिए भी किया जा सकता है
क्या कंटेंट शामिल नहीं किया जाएगा नए पाठ्यक्रम में
मंत्रालय में नए NCERT पाठ्यक्रम को लेकर यह भी तय किया गया है कि नए पाठ्यक्रम में अटपटी चीजें, और ऐसे पाठ जिनका कोई सारांश ना हो वह शामिल नहीं किए जाएंगे | अभी के पाठ्यक्रम में देखा जाए तो कुछ किताबों में ऐसे पाठ है जिनमें कविताएं अटपटी है और सुनने में अलग ही लगती है | इसलिए शिक्षा मंत्रालय द्वारा यह भी निर्धारित किया गया है कि अब से नए पाठ्यक्रम में ऐसी कोई कविताएं एवं पाठ शामिल नहीं किए जाएंगे जिसका कोई सार नहीं निकलता हो |
आशा करता हूं कि मेरे द्वारा कक्षा 1 से लेकर कक्षा बारहवीं तक के पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर आप लोगों को सारी जानकारी बता दी गई है अगर इसमें कुछ छूट जाता हो या आपके मन इस से संबंधित कोई सवाल हो तो आप कमेंट के माध्यम से मुझे पूछ सकते हैं | यह रिपोर्ट मंत्री गणों के बीच हुई मीटिंग के आधार पर बनाया गया है भविष्य में सिलेबस में बदलाव को लेकर ऑफिस नोटिफिकेशन आता है तो इस वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा
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